What is Anti-Money Laundering in Hindi?
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Cryptocurrency के बढ़ते हुए प्रभाव को देखते हुए भारत सरकार भी इसके लिए कानून बनाने की तैयारी कर रही है। मगर Cryptocurrency के रेगुलेशन को लेकर सबसे बड़ी चिंता है Money Laundering. जितनी बार भी इसे लेकर चर्चा हुई है तो Money Laundering शब्द का उपयोग हर बार हुआ है।
तो ये सब आपने सुना होगा तो आपके मन में Money Laundering से संबंधित काफी सवाल आए होंगे जैसे की Money Laundering Kya hoti hai, Money Laundering in Crypto Hindi, Crypto me money laundering kaise hoti hai,Money Laundering ko kaise roke, what is anti money laundering in Hindi, Anti money laundering crypto kya hai, Anti money laundering working in Crypto Hindi, आदि।
तो आपको इस लेख में Money Laundering in Crypto Hindi की पूरी जानकारी दी जाएगी, इसलिए स्मपूर्ण जानकारी के लिए लेख को पूरा पढ़े।
AML of Crypto क्या है? What is Anti Money Laundering of Crypto in Hindi?
सबसे पहले आपको Money Laundering समझना पड़ेगा। किसी देश में जो काला धन होता है उसे हम Money Laundering कहते हैं। क्योंकि ये गैर कानूनी तरीके से जमा किया हुआ धन होता है। और Cryptocurrency में Decentralization के कारण यहां पर लेन देन करने वाले का पता नहीं चलता है।
यही वो समस्या है जो हर देश को सरकारों के लिए सिरदर्द बनी हुई है। Cryptocurrency का उपयोग कर लोग Black money को white money में बदल रहे हैं। इसी तरीके को Money Laundering कहा जाता है। और इस तरीके को रोकने के लिए जो प्रयास किए का रहे हैं उसे हम Anti money laundering के नाम से जानते हैं।
हर एक देश की सरकार और मल्टीनेशनल संस्थाएं भी इसके खिलाफ हैं और इसे रोकने का प्रयास करती रहती हैं जैसे की FATF, जिसका पूरा नाम है Financial Action Task Force.
AML Regulations हमें अवैध धन को साफ करने तथा उससे लड़ने में काफी मदद करेगा।
मगर ये तभी काम करेगा जब Centralized Crypto Exchanges अपने उपभोक्ताओं को आर्थिक अपराधो से सुरक्षित रखे।
What is AML in Hindi?
AML खुद में कोई संस्था नहीं है। मगर जो नियम और कानून काले धन तथा आर्थिक अपराधों से रक्षा करते हैं उन्हें AML बोला जाता है। इसका सबसे अच्छा उदाहरण है FATF जो की 1989 में बनाई गई थी।
जो की एक आर्थिक वैश्विक सहयोग के लिए बनाई गई थी।
AML मुख्य रूप से ऐसी क्रियाओं पर ज्यादा ध्यान देती है जो आतंकवादी वित्तीय सहायता, टैक्स चोरी, तथा अंतराष्ट्रीय तस्करी से जुड़े हों।
वैसे तो AML अलग अलग देश के हिसाब से अलग हो सकती हैं। मगर इसका मुख्य उद्देश्य पूरे विश्व भर में आर्थिक व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाना है।
जैसे जैसे टेक्नोलॉजी ने विकास किया है, वैसी वैसे Money Laundering के तरीके भी बढ़ते गए। इसीलिए AML software बनाए गए जो की उन Transactions को सूचीबद्ध करते हैं जो संदेहजनक होती हैं। जैसे की कोई बड़ी राशि ट्रांसफर होना, बार बार एक खाते में लेनदेन होना,आदि।
AML केवल Crypto में ही काम नहीं करता है। बल्कि ये Fiat Currency, हर प्रकार की assest, कि भी देखरेख करता है।
वैसे AML पूरी तरह से Cryptocurrency में काम करने में थोड़ा समय लगेगा। क्योंकि Blockchain Technology काफी तेजी से विकसित हो रही है। इसी को देखते हुए AML software भी तेजी से विकसित हो रहे हैं।
मगर ये सब Cryptocurrency के लिए सकारात्मक नही है। क्योंकि अधिकतर Cryptocurrency Investor’s इसीलिए Crypto को चुनते हैं क्योंकि ये पहचान को छुपाए रखती है।
इसी कारण से Crypto के ऊपर रेगुलेशन और centralization, खतरा है।
Difference between AML and KYC in Hindi?
KYC का पूरा नाम है Know Your Customer, और KYC केवल Financial Institutions का एक कर्तव्य है जो की AML के कानूनों का एक हिस्सा है।
KYC के अंदर किसी भी उपभोक्ता को अपनी पहचान दिखाने के लिए जरूरी दस्तावेज जमा करवाने होते हैं। इस प्रक्रिया के द्वारा सभी आर्थिक लेनदेन का हिसाब किताब रखा जाता है।
कानूनी प्रक्रियाओं को पूरा करने के लिए KYC, AML का सबसे सक्रिय हिस्सा है।
AML सभी गैर कानूनी आर्थिक गतिविधियों को नियंत्रित करने का कार्य करता है। KYC अन्य AML क्रियाओं के साथ मिलकर संदेह वाली हरकतों पर करवाई करता है।
Money Laundering क्या है? What is Money Laundering in Hindi?
Money Laundering से तात्पर्य है जब कोई अपराधी काले धन को कानूनी तरीके से दिखाने की कोशिश करता है जैसे वैध धन, निवेश, या कोई वित्तीय संपति आदि। अवध धन का पैसा आता है आतंकवाद, धोखाधड़ी, तस्करी, आदि से।
इन सब अपराधों से लड़ने के लिए हर एक देश के अलग अलग नियम कानून हैं।
Money Laundering के तीन चरण इस प्रकार हैं
Placement : इसके अंदर वो गैर पैसा आता है जो धंधे नगद में चलते हैं।
Integration : इसमें गैर कानूनी पैसे को कानूनी निवेश व अन्य आर्थिक तरीकों से पैसा अर्थव्यवस्था के अंदर लाया जाता है।
Layerying : इस तरीके में ऐसे तरीकों से गैर कानूनी पैसा अर्थव्यवस्था में लाया जाता है जिसको Track कर पाना काफी मुश्किल हो। जैसे की Cryptocurrency. क्योंकि इसके अंदर पैसे कहां से आए इसका पता नहीं चलता है।
लोग Money Laundering कैसे करते हैं? How people do Money Laundering in Hindi?
वैसे तो लोगों के पास ये तीन स्टेप्स पूरे करने के बहुत से रास्ते हैं मगर हम आपको यहां पर कुछ मुख्य रास्ते बताते हैं जिनके जरिए लोग money laundering को अंजाम देते हैं।
सबसे पुराना और परंपरागत तरीका है जो काम धंधे नगद में होते हैं उनकी नकली रसीद बनाना, जैसे की दुकानें, Restaurants, तथा अन्य व्यापार। ये लोग अपने कारोबार को नकली रसीद बनाकर सरकार को चुना लगाते हैं।
इसके अलावा आप बिना बैंक के पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं जैसे की PayPal और Venomo द्वारा। जिससे कि उनके लेनदेन के ऊपर एक और सुरक्षित लेयर चढ़ जाती है।
इन सबके अलावा जो तकनीक पहचान को छुपाती हैं उनका उपयोग करके भी लोग Money Laundering करते हैं।
इसमें Cryptocurrency और VPN का उपयोग अधिकतर किया जाता है।
क्योंकि इसमें लेन देन करने वाले को पहचान नही हो पाती जिससे यह पता लगा पाना की पैसा कहां से आया है ये पता लगा पाना काफी मुश्किल है।
AML Measures Work in Hindi
हम उन मुख्य बिंदुओं का जिक्र करेंगे जो एक Regulator और Crypto Currency exchange करते हैं।
- संदेहात्मक क्रियांये – बहुत बड़ी राशि या तो डाली गई हो या फिर निकली गई हो, ऐसी घटना होने पर अपने आप ही इन ट्रांजैक्शन को रिपोर्ट कर दिया जाता है। इसके अलावा एक ऐसे अकाउंट से अधिक मात्रा में पैसे निकालना जो Cryptocurrency Trades में बहुत कम सक्रिय हो। ऐसे अकाउंट को भी शक के दायरे में रखा जाता है।
- जांच पड़ताल के पहले या बाद में अगर कोई उपभोगता पैसे जमा या निकालने की प्रक्रिया को रोकता है तो ऐसी हरकते भी उनकी निगरानी में रहती है ऐसा होने कर जांच अधिकारी Suspicious Activity Report बना देता है।
- यदि किसी गैर कानूनी गतिविधियों का सबूत मिलता है तो संबंधित विभाग को सूचित कर दिया जाता है। और वो सबूत उन्हें सौंप दिए जाते हैं। इसमें अगर चोरी हुई राशि मिलती है तो उसके वास्तविक खाते में भेज दी जाती है।
FATF क्या है? What is the FATF in Hindi?
FATF एक अंतराष्ट्रीय संस्था है जो की G7 देशों ने मिलकर बनाई है। यह संस्था Terror Funding और Money Laundering को रोकने के लिए बनाई गई है। FATF सबसे पहले 1989 में बनाई गई थी।
इसके द्वारा अंतराष्ट्रीय स्तर के ऊपर सभी सदस्य देश आपस में जानकारी साझा करते हैं तथा अपराधियों का पता लगाते हैं। FATF के मानकों के नीचे दुनिया भर के 200 न्यायलय आते हैं। जिससे अपराधियों के खिलाफ कारवाई करना थोड़ा आसान हो सके।
Why We need AML in Crypto Hindi?
अगर हम देखें AML की तो इसकी Cryptocurrency में आवश्यकता इसलिए पड़ी क्योंकि Cryptocurrency का स्वभाव ऐसा है की इसमें लेनदेन करने वाले की पहचान कर पाना काफी मुश्किल होता है।
इसी का फायदा उठाने के लिए अपराधी लोग यहां पर अवैध धन तथा टैक्स चोरी करने के लिए काफी बड़ा पैसा डालते हैं। इसलिए इन सभी गतिविधियों को रोकने के लिए AML आवश्यक है।
अगर Cryptocurrency को अच्छे से Regulate किया जाए और उससे उचित टैक्स वसूली की जाए तो Cryptocurrency का व्यवहार काफी सुधर सकता है।
इसीलिए AML में सुधार होना Cryptocurrency के निवेशकों के लिए भी काफी अच्छा होगा क्योंकि दुनियाभर में ऐसा बहुत लोग हैं जो Crypto से पैसा कमाकर टैक्स भरना चाहते हैं।
वैसे अगर एक Reuters की खबर के अनुसार देखें तो अपराधियों ने Crypto द्वारा वर्ष 2020 में 1.3 अमेरिकन डॉलर्स की Money Laundering की थी।
Why Crypto is Best for Money Laundering in Hindi?
Cryptocurrency के अंदर एक बार Transaction होने के बाद वह वापिस नही आ सकती क्योंकि यह Blockchain Technology के माध्यम से होती है। इसमें अगर सामने वाला व्यक्ति वापिस भेजता है तो कुछ हो सकता है अन्यथा कोई पुलिस या सरकार इसे वापिस नही करवा सकती।
Money laundering करने वालों के लिए सबसे अच्छी बात ये है की Cryptocurrency उस व्यक्ति की पहचान गोपनीय रखती है, जो यहां लेनदेन करता है। इसीलिए पहचान का न पता लगा पाना भी अपराधियों के लिए काफी आसान हो जाता है।
आज तक पूरी दुनिया में अभी Cryptocurrency के ऊपर क्या टैक्स होना चाहिए ये सब तय नही हुआ है। आजतक इस मामले में सरकारें संघर्ष कर रही हैं। इसी कमी का फायदा अपराधी लोग अच्छे से उठाते हैं।
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