यदि हम बात करें Blockchain Validator की तो ये किसी भी Blockchain के ऊपर ट्रांजैक्शन करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं मुख्यत उन ब्लॉकचेन के ऊपर जो Proof of Stake Concensus के ऊपर काम करती हैं, जैसे की Ethereum और Solana. इसी के साथ अगर आप Blockchain Validators से जुड़ी सभी जानकारियां हासिल करना चाहते हैं जैसे की Blockchain Validator क्या होता है? ( What is Blockchain Validator in Hindi ), Blockchain Validator काम कैसे करता है?, Blockchain Validator के क्या क्या फायदे हैं?, आप Blockchain Validator कैसे बन सकते हैं?, आदि।
इस लेख के माध्यम से हम आपको ये सभी जानकारियां प्रदान करेंगे। इसलिए इस लेख को थोड़ा समय निकालकर बड़े ही ध्यान से पढ़े। ताकि आप जान सकें की Blockchain Validator कैसे काम करते हैं। और आप कैसे एक Crypto Validator बन सकते हैं।
Blockchain Validator क्या होता है? What is Blockchain Validator in Hindi?
Table of Contents
एक Blockchain Validator, Poof of Stake ( PoS ) Blockchain के ऊपर प्रतिभागी होता है जो उस ब्लॉकचेन के ऊपर होने वाली सभी ट्रांजैक्शन को वैलिडेट करने का काम करता है। इसी के साथ ही Validators Blockchain Network के ऊपर सुरक्षा कायम रखने का काम करते हैं। निवेशक अपने Crypto Coins को Stake करके एक Validators की भूमिका निभाते हैं।
Blockchain Validator क्या काम करते हैं?
यदि हम बात करें Blockchain Validator के कार्यों की तो शुरुवात में तो ये Blockchain के ऊपर होने वाली सभी नई ट्रांजैक्शन को वेरिफाई करने का काम करते हैं। इसमें ये जांच करते हैं की क्या ये Blockchain Transaction नेटवर्क द्वारा बनाए गए नियमों और कानूनों के अंतर्गत मान्य हैं। इसी के साथ ये देखते हैं की crypto भेजने वाले के अकाउंट में उतने क्रायोटो हैं जितने वह भेज रहा है। इन सभी कार्यों के बदले में Validators को ट्रांजैक्शन फीस के रूप में इनाम मिलता है।
ट्रांजैक्शन को वैलिडेट करने के साथ साथ Blockchain Validators नेटवर्क को सुरक्षित रखने में भी अहम भूमिका निभाते हैं। इसलिए ये नेटवर्क के ऊपर जांच करते रहते हैं की कोई भी Malicious Activity तो नही हो रही जैसे की Double Spending.
Difference Between Validators Vs Minors in Hindi
वैसे तो एक Validator भी Minor की तरह होता है क्योंकि दोनों ही ब्लॉकचेन के ऊपर नया ब्लॉक Add करने का काम करते हैं। मगर फिर भी इनमे काफी अंतर है जिसे हम इस प्रकार समझेंगे।
सबसे पहले तो हम Minors का जिक्र करते हैं, Minors Blockchain के ऊपर हर एक ट्रांजैक्शन को वैलिडेट करने के लिए Proof of Work Consensus Mechanism के जरिए Complex Mathematical Puzzle को solve करने का काम करते हैं। जैसे की Bitcoin. इस प्रक्रिया में जो Minor सबसे पहले उस Puzzle को सॉल्व करता है उसी को उस ब्लॉक का रिवार्ड तथा ट्रांजैक्शन फीस मिलती है। PoW के अंदर माइनर्स को हाई प्रोफाइल और स्पेशल हार्डवेयर की आवश्यकता होती है। इसी के साथ इन्हे चलाने के लिए काफी मात्रा में ऊर्जा की भी आवश्यकता होती है।
वहीं दूसरी ओर Validators, Proof of Stake (PoS) Blockchain के ऊपर ट्रांजैक्शन को वैलिडेट करते हैं। इस प्रक्रिया में इन्हे किसी विशेष हार्डवेयर की आवश्यकता नहीं पड़ती है। ये केवल उस नेटवर्क के ऊपर अपने Crypto Coins को स्टेक करते हैं और अपनी ईमानदारी साबित करते हैं। इसलिए इन्हें हर ट्रांजैक्शन को वेरिफाई करने के बाद ट्रांजैक्शन फीस के रूप में इनाम मिलता है।
Blockchain Validator कैसे बनें? How to Become a Blockchain Validator in Hindi?
यदि आप एक Crypto Validator बनना चाहते हैं तो इसकी प्रक्रिया हर एक Cryptocurrency के अनुसार अलग अलग हो सकती है। इस लिए यह आपके ऊपर निर्भर करता है को अपने कौन सी Cryptocurrency चुनी है। मगर एक चीज सभी के अंदर कॉमन होती है वह है आपको एक Validator बनने के लिए निर्धारित टोकन स्टेक करने पड़ेंगे। तथा गिरवी रखे हुए Tokens के आधार पर ही आपको ब्लॉकचेन ट्रांजैक्शन को वैलिडेट करने का अधिकार मिलता है।
इसलिए अगर आप एक Validator बनना चाहते हैं तो आप उस नेटवर्क के प्रोसेस को अच्छे से जान ले और उसमें भाग लें।
जिन ब्लॉकचेन नेटवर्क के ऊपर वैलिएड्टर्स की आवश्यकता होती है। हम उसकी सम्पूर्ण प्रक्रिया को आगे आने वाले Articles में बताएंगे। जिसके फलस्वरुप आप विचलित न हों।
FAQ of Blockchain Validator in Hindi
Blockchain Validator, Blockchain Network के ऊपर वह प्रतिभागी होता है जो हर एक ट्रांजैक्शन को वैलिडेट करने का काम करता है साथ ही नेटवर्क को सुरक्षा प्रदान करने का काम भी करता है।
Blockchain Validator हर एक ट्रांजैक्शन को वेरिफाई करने के साथ साथ उसकी प्रामाणिकता की जांच करता है।
एक Blockchain Validator बनने के साथ कुछ जोखिम भी जुड़े हुए हैं। जैसे नेटवर्क के नियमों को तोड़ना, कोई Malicious Behaviour आदि करने पर सजा मिलना।
कई ब्लॉकचैन नेटवर्क ऐसे हैं जिनके ऊपर कोई भी व्यक्ति Blockchain Validator बन सकता है। मगर शर्त ये है की उस नेटवर्क के द्वारा दिए गए मापदंडों को पूरा करना पड़ेगा। जैसे की उनके द्वारा बताई गई निम्नतम Crypto राशि को स्टेक करना।
Conclusion
हमने आपको “What is Blockchain Validator in Hindi?” लेख के माध्यम से बताया की ये ब्लॉकचेन वैलीडेटर किस प्रकार से Proof of Stake Concensus Mechanism में अपनी भूमिका निभाते हैं। तथा ब्लॉकचेन नेटवर्क के ऊपर होने वाली ट्रांसेक्शन को वैलिडेट करने का काम करते हैं। इसके अलावा हमने आपको बताया की आप किस प्रकार से एक Blockchain Validator बन सकते हैं।
इस बात का विशेष ध्यान रखें की किसी भी Crypto Blockchain Validator बनने से पहले उस ब्लॉकचेन नेटवर्क के बारे में अच्छे से रिसर्च करें और उसे कैसे इस्तेमाल करते हैं इसकी जानकारी हासिल करें। ताकि आपके फंड्स को किसी प्रकार का नुकसान ना हो।
अगर अभी भी Blockchain Validator से सम्बन्धित कुछ सवाल हैं तो आप हमसे कमेंट बॉक्स में पूछे। हम आपके सवालों का जवाब देने का प्रयास अवश्य करेंगे। धन्यवाद।।