What is Proof of Stake in Hindi?
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यदि आप Proof of Stake के बारे में जानना चाहते हैं तो बिल्कुल सही जगह पर आए हो।क्योंकि आपको इस लेख में What is Proof of Stake in Hindi, Proof of Stake kaam kaise krta hai, PoS क्या है,Proof of Stake technology in Hindi, आदि सभी सवालों की जानकारी प्रदान की जाएगी।
इसलिए आप इस लेख को पूरा पढ़े तथा Crypto से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त करने के लिए हमारी वेबसाइट के ऊपर अन्य लेख पढ़े।
Proof of Stake क्या है? What is Proof of Stake in Hindi?
Crypto की दुनिया में जितनी भी लेनदेन होती है वो सबसे पहले माइनर्स के द्वारा Verify की जाती है उसके बाद ये Blockchain में जोड़ी जाती हैं। और इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए हमारे पास 2 प्रकार के Consensus Mechanism होते हैं, जो की इस प्रकार से हैं
- Proof of Work
- Proof of Stake
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Proof of Stake का Consensus algorithm सबसे पहले वर्ष 2011 में सामने आया था। क्योंकि उस वक्त जो Algorithm ( Proof of Work ) काम कर रहा था उसमें काफी परेशानियां थी। और उसी के समाधान के लिए Proof of Stake in Hindi सामने लाया गया।
इन दोनो तरीकों के द्वारा Blockchain Technology के ऊपर Cryptocurrency की सफलतापूर्वक लेनदेन हो सकती है। और दोनो का अंतिम लक्ष्य भी यही था। मगर इन दोनो प्रक्रियाओं का तरीका पूरी तरह से अलग है।
Proof of Stake काम कैसे करती है? Proof of Stake Working in Hindi?
अगर हम बात करें Proof of Stake के Working की तो इस प्रक्रिया में Proof of Stake ऐसे Algorithm का उपयोग करते हैं जिसमे Random तरीके से इलेक्शन Process की जाती है जिसके द्वारा अगले ब्लॉक के लिए Validator का चुनाव किया जाता है।
इस प्रक्रिया में कुछ अन्य पहलू भी सम्मिलित हैं जैसे की Randomization , Staking Age और Validator की कुल Staking Wealth आदि। इनके बारे में थोड़ा जानते हैं –
- Node’s Wealth – इसमें ये देखा जाता है की Validator ने कितनी बड़ी राशि के coins को स्टेकिंग पर लगाया हुआ है। अधिक Staking का अर्थ है अगले Block के Valdiator बनने की ज्यादा संभावना, जिसका सीधा मतलब है जिसका जितना बड़ा Stake उसको उतना अधिक मौका। इस प्रक्रिया में केवल ऐसा ही नहीं है की जिसने अधिक Stake कर लिया उसको ही Validator बनाना पक्का है। इसके अलावा दो और तरीके हैं जो नीचे दिए गए हैं।
- Randomization – इसमें यहां पर Random तरीके से इलेक्शन के द्वारा validator का चुनाव किया जाता है। जिसमें देखा जाता है की किसकी सबसे कम हैश रेट है और किसने सबसे अधिक राशि के Coins Stake कर रखे हैं। ये सब होने से किसी के Validator बनने की संभावना अधिक हो जाती है।
- Staking Age – Staking age के द्वारा यह तय किया जाता है की Validator कितने समय से Coins को Stake किए हुए है। इस प्रक्रिया में देखा जाता है की Coins या Tokens कितने समय से Stake हैं। और किसी भी Coin की उम्र निकालने के लिए Coin को कितने दिनों तक Stake रखा है इसे गुणा किया जाता है Stake किए हुए कुल Coins से। इसमें एक बात का और ध्यान रखा जाता है जो एक बार Validator बन चुका होता है उसके बाद उसकी Staking age, Zero से शुरू हो जाती है।
नोट : ऊपर बताए हुए ये नियम सभी Cryptocurrency में लागू नहीं होते हैं, क्योंकि हर एक Cryptocurrency अपने Proof of Stake के अलग अलग नियम रख सकती है।
क्योंकि हर एक Cryptocurrency अपने लिए अच्छे से अच्छे नियमों को चुनने की कोशिश करती है।
Proof of Stake कितना सुरक्षित है? How Much Secure is Proof of Stake in Hindi?
Proof of Stake के अंदर अगर किसी को Fraud Transaction करनी है तो उसको उस Network की कुल Circulating Supply के 51% Coins या Tokens को stake करने पड़ेंगे। और ये राशि उसको उस Crypto के मूल्य के हिसाब से चुकानी होगी जो की काफी मुश्किल काम है।
इसिलए हम ये कह सकते हैं की Proof of Work से Proof of Stake Hindi काफी सुरक्षित है।
Top Proof of Stake Cryptocurrency in 2022
Name | Price | Market Cap. |
---|---|---|
BNB | 424.66 | 70.12B |
Solana | 110.70 | 36.27B |
Cardano | 1.04 | 35.23B |
Avalanche | 84.47 | 22.64B |
Polkadot | 19.68 | 19.44B |
Near Protocol | 16.66 | 11.08B |
Cosmos | 27.08 | 7.76B |
Algorand | 0.78 | 5.24B |
Elrond | 165.54 | 3.6B |
THORChain | 8.72 | 2.88B |
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