What is Crypto Coin Burn in Hindi?
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Crypto Market में बढ़ते हुए भारतीय निवेशकों के चलते ये काफी अहम हो गया है की उन्हें उन चीजों का पता हो की किस इवेंट के कारण किसी Cryptocurrency के दाम बढ़ते हैं। तो चलिए उन्हीं में से एक What is Crypto Coin Burn in Hindi? के बारे में जानते हैं।
इसके अलावा यदि आपके मन में कुछ अन्य सवाल हो जैसे की Crypto Coin Burn kaise hota hai, Crypto Coin Burn ke fayde kya hai, Coin ya Token kyu burn hota hai, आदि तो आप हमारे साथ बने रहे और इस लेख को अंत तक पढ़े आपको सभी सवालों का जवाब दिया जाएगा।
Crypto Coin Burn क्या होता है? What is Crypto Coin Burn in Hindi?
Cryptocurrency Burning एक ऐसी प्रक्रिया होती है जिसमें आप Coins या Tokens को Circulation से बाहर कर सकते हो। जिससे की किसी Crypto Token की कुल सप्लाई में कमी देखने को मिलती है।
इस प्रकार के Coins को ऐसे Wallet Address के ऊपर भेजा जाता है जिसके ऊपर वो Coins पहुँच सकते हैं लेकिन वापिस नहीं आ सकते। जिसका मतलब है की वो coins दोबारा से लेनदेन में उपयोग नहीं हो सकते हैं।
Crypto Burn की कुछ महत्वपूर्ण बातें
- Crypto Burn के लिए जो Wallet address उपयोग किया जाता है, उसे Burner और Eater Address कहते हैं।
- Crypto Burn से तात्पर्य है की ये Tokens एक ऐसे Account के ऊपर भेजे जाते हैं, जो इन Tokens को स्वीकार कर सकते हैं बस, मगर वापिस नहीं भेज सकते।
- Crypto Coin Burn Hindi एक ऐसी प्रभावशाली प्रकिया होती है जिसमें Tokens की मौजूदा Supply को तुरंत हटाया जा सकता है। जिसके फलस्वरूप Tokens की Circulating Supply को कम किया जा सकता है।
Coin Burn काम कैसे करती है? How Does Coin Burning Work in Hindi?
Coin Burn की प्रक्रिया ज्यादातर Crypto currency के Developers और Minors के द्वारा अपनाई जाती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ये किसी Token की कुल सर्कुलेटिंग सप्लाई को कम करना चाहते हैं और उसके मूल्य को नियंत्रण में रखना चाहते हैं।
यह मुख्यत अपने लंबी अवधि वाले निवेशकों को फायदा पहुंचाने के लिए किया जाता है। क्योंकि Coin Burn से उस Token के मूल्यों में काफी तेजी देखने को मिलती है। और ये प्रक्रिया समय समय पर Developers के द्वारा दोहराई जाती रहती है। जिससे की भविष्य में उस प्रॉजेक्ट की वैल्यू बढ़ती रहे।
इसमें ये किसी टोकन की निश्चित संख्या को Dead Wallet में भेज देते हैं। जिससे कुल सप्लाई कम हो जाती है।
किसी भी प्रोजेक्ट के लिए यह एक बहुत ही सकारात्मक प्रक्रिया होती है। जिससे कम्पनी के उपभोगता और मूल्य दोनो बढ़ते रहते हैं।
अगर कोई भी Coin Burn के सबूत देखना चाहता हो तो Blockchain के ऊपर जाकर देख सकते हैं। क्योंकि ये सब प्रक्रियांये बिल्कुल निष्पक्ष होती हैं, जिसका स्मपूर्ण रिकार्ड Blockchain के ऊपर रहता है।
कोइन बर्न का इतिहास – History of Crypto Coin Burn in Hindi.
जैसे की Binance के Developers एक साल में 3 – 4 बार Coin Burn करते हैं। जो की पिछले कुछ सालों में 18 बार Coin Burn कर चुके हैं। जो की कंपनी तथा उसके निवेशकों के लिए काफी अच्छी बात है।
Binance यह प्रक्रिया वर्ष के हर तिमाही में करता है। इन्होंने अपना Auto Bnb Burn system भी बना रखा है जो काफी बेहतरीन है। तथा जब से Binance ने बर्निंग प्रक्रिया शुरू की है, तो इन्होंने तक जारी रखने को कहा है जब तक की इनकी कुल Circulating Supply आधी ना हो जाए।
हाल ही में भारतीय Crypto Exchange , WaxirX ने भी अपना पांचवा Token Burn पूरा किया है। जिसका नेटिव टोकन WRX है।
अगर हम Crypto Coin Burning का इतिहास देखें तो Shiba Inu Token जितनी बड़ी बर्निंग आज तक नहीं हुई है। क्योंकि Shiba Inu जब लॉन्च हुआ था तब उन्होंने अपने आधे Tokens, Ethereum के Founder Vitalik Buterin को भेज दिए थे।
जिसके बाद Vitalik ने अपनी कुल होल्डिंग में से 90% Shib को Dead Wallet में भेज दिया जिनकी कीमत $6.7 बिलियन थी।
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शेयर बाजार में यह कैसे होता है?
जिस प्रकार से Crypto में Coin Burn करके कुल सप्लाई को कम किया जाता है। उसी प्रकार शेयर बाजार में भी Outstanding Shares की संख्या में कमी की जाती है।
इस बाजार में कंपनिया शेयर्स को Buy Back करती हैं। जिसके बाद कंपनी का EPS बढ़ जाता है और PE Ratio कम हो जाता है। जिस प्रकार से Coin Burn Crypto में अच्छा माना जाता है। उसी प्रकार से शेयर बाजार में Buy back को कम्पनी के लिए काफी सकारात्मक माना जाता है।
Proof of Burn क्या होता है? What is the Proof of Burn in Hindi?
Proof of Burn एक ऐसा Consensus Mechanism Algorithm है जो की Blockchain Network के द्वारा के द्वारा लागू किया होता है। ये Algorithms ये सुनिश्चित करते हैं कि जितने नोड्स ने इस Transaction में भाग लिया है वे सभी सहमत हैं की ये ट्रांजेक्शन बिल्कुल सटीक है।
इसमें वैलिडेटर्स उन coins को burner address के ऊपर भेज देते हैं। इस प्रक्रिया में ज्यादा संसाधन खर्च नहीं होते हैं।
जितनी भी Burning Transaction हुई हैं उन सब का रिकॉर्ड Blockchain के ऊपर हमेशा हमेशा के लिए मौजूद रहेगा।
इसी प्रक्रिया को हम Proof of Burn के नाम से जानते हैं।