What is DeFi in Hindi?
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आज के इस लेख में हम बात करने वाले हैं “What is DeFi in Hindi”, क्योंकि वर्तमान समय में Blockchain Technology और Cryptocurrency काफी लोकप्रिय होती जा रही हैं। इसलिए आज हम आपके लिए इसी नई तकनीक से जुड़ा विषय लेके आए हैं।
इसके अलावा अगर आपके मन में DeFi से संबंधित कोई सवाल हो जैसे की DeFi kya hota hai, DeFi kaise kaam krta hai, DeFi ke fayde kya hai, DeFi Future in Hindi, DeFi ke nuksan kya hai आदि।
तो हम आपको इन सभी विषयों की जानकारी इस लेख के द्वारा प्रदान करेंगे। इसलिए अपनी जानकारी को और मजबूत बनाने के लिए इस लेख के बाद हमारे अन्य लेख भी पढ़े।
DeFi क्या हैं? What is DeFi in Hindi?
अगर हम बात करें DeFi की तो ये Decentralized Finance की शॉर्ट फॉर्म होती है। और DeFi अपनी हर एक वित्तीय लेनदेन में Blockchain Technology और Cryptocurrency का इस्तेमाल करता है।
ये एक ऐसी वित्तीय प्रणाली है जिसमें किसी भी Middlemen का कोई काम नही रहता है। Middlemen का तात्पर्य है हमारे पारंपरिक बैंको से, क्योंकि बैंक में हमें पैसे की कोई लेन देन करनी होती है तो ये किसी की मध्यस्था से होती है।
इसी के साथ ये बैंक ट्रांजेक्शन फीस भी अधिक लेते हैं, और मुख्य बात ये है की हमें हमारे पैसे के साथ कब क्या करना है और कैसे करना है इन सभी का अधिकार बैंकों के पास होता है। इसलिए DeFi के द्वारा हम हमारे पैसे के ऊपर खुद का नियंत्रण पा सकते हैं। ये बिल्कुल निष्पक्षता से काम करता है। इसलिए DeFi की सभी लेनदेन का रिकॉर्ड Blockchain के ऊपर मौजूद रहता है जिसे कोई भी देख सकता है।
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Decentralized Finance काम कैसे करता है? DeFi Working in Hindi
DeFi का आधार हैं, Cryptocurrency और Blockchain Technology, और ब्लॉक्चेन में Distributed Ledger का उपयोग किया जाता है, जिससे की नेटवर्क की सुरक्षा और मजबूत बन सके। और इसके अंदर जो ऐप्स बनती है उन्हे DApps के नाम से जाना जाता है, ये DApps ही blockchain के ऊपर होने वाले लेनदेन को Handle करती हैं।
जितनी भी DApps हैं उनमें से अधिकतर Ethereum Blockchain के ऊपर बनी हुई हैं। और यहां पर हमारे बैंकों की तरह कोई अकाउंट खुलवाने की भी जरूरत नहीं होती है।
इसमें उपभोक्ता सबसे ज्यादा P2P का उपयोग करते हैं, जिससे की उन्हें किसी मध्यस्थ की जरूरत न पड़े। इस तकनीक के माध्यम से जो पावर कुछ गिने चुने लोगों के पास होती है वह आम आदमी के हाथ में आ सकती है। और यही एक सबसे बड़ा कारण है कि अधिकतर देशों की सरकारें Cryptocurrency को रेगुलेट नहीं कर रही। उनके लिए ये DeFi ही सबसे बड़ी समस्या है। क्योंकि सरकार तभी मजबूत हो सकती है जब उसके पास देश की वित्तीय प्रणाली पर पूर्ण नियंत्रण हो, मगर DeFi में ये नियंत्रण सरकार के हाथों से निकलकर लोगों के पास जा रहा है।
ये भी सरकारों को पता है की आगे आने वाले भविष्य की तकनीक यही Blockchain और Cryptocurrency है। इसीलिए ये रेगूलेट तो होने वाला है मगर थोड़ा समय और लगेगा। और हमे उस शुभ दिन का इंतजार रहेगा।
Decentralized Finance के फायदे क्या हैं? DeFi Benefits in Hindi?
- DeFi के अंदर आपको किसी भी प्रकार का कोई फॉर्म नहीं भरना होता है, ना ही आपको इसमें अपना नाम, मोबाइल नंबर, E-mail I’d तथा अपना पता देने की आवश्यकता होती है। ये आपकी गोपनीयता का विशेष ख्याल रखता है।
- इसमें आपको किसी प्रकार का कोई भी खाता खोलने की आवश्यकता नहीं पड़ती है, इसमें आप Wallet बनाए और इसका खुल कर उपयोग करें।
- अगर हम परंपरागत बैंको की बात करें उनके अंदर ब्याज दरें काफी कम होती है और वो लंबी अवधि के बाद ही मिलती है। मगर यहां पर हम अच्छी खासी ब्याज दर मिलती हैं और काफी तेजी से मिलती हैं।
- DeFi के अंदर आप अपनी धन राशि को कभी भी कहीं भी भेज सकते हैं, इसके लिए आपको किसी दूसरे व्यक्ति की कोई जरूरत नही पड़ेगी। न हा किसी का इंतजार करना पड़ेगा और न ही भारी भरकम फीस चुकानी पड़ेगी।
- इसके अंदर जितनी भी लेनदेन होती हैं उनका रिकॉर्ड Public Blockchain के ऊपर मौजूद रहता है, इसलिए कोई भी किसी Transaction को देख सकता है।
- यहाँ पर आप अपने Crypto से लोन ले सकते हैं। जिसकी गोपनीयता बनी रहेगी।
- इसका उपयोग Decentralized Exchanges में ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग के लिए किया जाता है। इसमें आप अपने Tokens को Stake भी कर सकते हो।
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DeFi का भविष्य क्या है? What is the Future of DeFi in Hindi?
अगर वर्तमान समय में हम DeFi की बात करें तो ये अभी शुरुवाती दौर में है। और फिलहाल ये ज्यादातर देशों में Unregulated है। इसलिए यहां पर होने वाले दोखाधड़ी के लिए सरकार जिम्मेवार नहीं होगी, क्योंकि यहां पर जो भी स्कैम और हैकिंग होती है तो उस स्तिथि में आप अपने फंड्स के जिम्मेवार खुद होंगे।
DeFi के रेगुलेशन में कुछ सवाल हैं जो काफी महत्वपूर्ण हैं, जैसे की अगर यहां पर कोई वित्तीय क्राइम होता है तो उसकी जांच पड़ताल कौन करेगा? बार्डर से दूर होने वाले अपराधों की जिम्मेवारी कौन लेगा? इन अपराधों का समाधान कौन करेगा? उपभोक्ता दोखाधडी होने पर किसके पास जायेगा? आदि।
और सबसे बड़ी समस्या की इनको कौन रेग्यूलेट करेगा और कौन कानून बनाएगा?
इसके अलावा कुछ और भी चिंता करने वाले विषय हैं जिसमें पर्याप्त ऊर्जा, पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखना, भारी भरकम कंप्यूटर्स की maintenance तथा इनकी Upgradtion, व Hardware Failure आदि आते हैं।
इसलिए इसके उज्ज्वल भविष्य से पहले हमे इन समस्याओं का समाधान खोजना पड़ेगा। क्योंकि इन्ही के समाधान के बाद ही DeFi और अधिक भरोसेमंद और सुरक्षित बन सकता है।
अगर आने वाले समय में DeFi कामयाब होती है और बैंक भी इसमें शामिल होते हैं तो आप कम से कम अपने पैसे के ऊपर नियंत्रण के साथ साथ और अधिक पैसे तो कमा सकते हैं।
DeFi के नुकसान क्या हैं? DeFi Disadvantages in Hindi?
- वैसे तो अगर देखा जाए Blockchain जल्दी से Hack नहीं होती हैं, फिर भी अगर ये चोरी होते हैं तो इसके जिम्मेवार आप स्वयं हैं।
- वर्तमान में इसके अंदर कोई भी नियम और कानून नही है इसलिए यहां पर आपकी संपति के साथ अगर कुछ होता है तो उसके जिम्मेवार आप खुद होंगे।
- DeFi के अंदर आपको अपने Wallet की Private keys को बड़े ही ध्यान से संभाल कर रखना होता है क्योंकि अगर आपने एक बार अपनी keys को खो दिया तो उसे दोबारा से प्राप्त करना नामुमकिन है। और इससे आप अपने वॉलेट में जितने Coins होते हैं उन्हें सब को खो देंगें।
- इसके अंदर आपको अपने टैक्स भरने के लिए खुद को ही अपना रिकॉर्ड बनाना पड़ेगा। और इसके लिए अलग अलग देशों मे भिन्न भिन्न कानून हैं।
- Ethereum Blockchain की ट्रांजेक्शन फीस काफी अधिक होती है, जिसके फलस्वरूप आपको यहां पर ट्रेडिंग करना काफी महंगा पड़ सकता है।
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